फुलवामा में न जाने कितने
घरों के फुल मुरझा गए
तंगहाली से न जाने कितने
किसान अपनी लाशें बिछा गए
बेरोजगारी से न जाने कितने
युवा अरमानों को तिलांजली लगा गए
प्रशासनिक लापरवाही से कितने
घरों में मातम के साये छा गए
(अभी)नेताओं को मगर
नही कोई सरोकार।
देख पक्ष विपक्ष में
नही कोई जिम्मेदार
रोक न पाती भारत माता अपने
आसुओं की धार
सुबक सुबक कर जब
करती यही विचार
देश बडा या
बड़ा शब्द ये चौकीदार!!
अभिनेता बने नेता करते
एक दूजे पर पलटवार
वार का शस्त्र और नही कोई
वो तो है बस शब्द ये चौकीदार!!
नेता लगाते यही आस अबकी बार
शब्द चौकीदार करेगा बेडा पार!!
(The blog writer/compiler is a Management Professional and operates a Manpower & Property Consultancy Firm. Besides, he is President of "Consumer Justice Council", Secretary of "SARATHI", Member of "Jan Manch", Holds "Palakatva of NMC", is a Para Legal Volunteer, District Court, Nagpur & XMember of Family Welfare Committee formed under the directions of Hon. Supreme Court).